SDM कौन होता है – SDM Full Form Hindi , Exam, Salary, SDM कैसे बने?

आपने कभी न कभी तो SDM का नाम तो सुना ही होगा। भारतीय प्रशासनिक सेवा में SDM एक महत्वपूर्ण पद है। “SDM कौन होता है, SDM Full Form Hindi , Exam, Salary, SDM कैसे बने?” इन सब के बारे में जानकारी पाने वाले लोगों के लिए यह ब्लॉग पोस्ट लिखी गई है। इस पोस्ट में हम SDM के पद के बारे में विस्तार से जानेंगे, उनकी परीक्षा की प्रक्रिया, Sdm Salary Per Month और इस प्रमुख पद तक पहुंचने का मार्ग (Sdm Kaise Bane) दर्शाएंगे। यदि आप भी SDM बनने में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए एक मार्गदर्शक हो सकती है।

परन्तु की आपको पता है की SDM कौन होता है, Exam, Salary, SDM कैसे बने? SDM की पावर कितनी होती है और इनका काम क्या होता है। SDM की Full Form Hindi में “उप प्रभागीय न्यायाधीश (Sub District magistrate)” होती है।

Sdm Full Form Hindi Exam Salary

SDM कौन होता है ?

जिले का सबसे शक्तिशाली अधिकारी डीएम (जिला मजिस्ट्रेट) होता है, जो उस इलाके के सारे अधिकारीयों का सिरमौर यानि की प्रधान माना जाता है। वही अधिकार डिवीजन स्‍तर पर एसडीएम (उप प्रभागीय न्यायाधीश) के पास होते हैं। एसडीएम 1973 आपराधिक प्रक्रिया संहिता और कई अन्य छोटी कार्रवाइयों के तहत विभिन्न मजिस्ट्रेट कर्तव्यों का पालन करते हैं।

भारत के प्रत्येक जिले में एक एसडीएम होता है। एसडीएम का पद बहुत जिम्मेदारी भरा होता है।एसडीएम का जिले के तहसीलदारों पर सीधा नियंत्रण होता है, और वे जिला अधिकारी और तहसीलदार दोनों के बीच संबंध की एक महत्वपूर्ण कड़ी होते है। जिले के सभी जमीन भूखंड का जो भी लेखा-जोखा होता है वह सभी एसडीएम के दायरे में आता है।

SDM Full Form in Hindi

एसडीएम SDM Full Form in Hindi है “सब डिवीजनल मैजिस्ट्रेट” (Sub Divisional Magistrate)। यह एक प्रशासनिक पद होता है और विभागीय स्तर पर कार्य करता है। उन्हें स्थानीय सरकार के कानून और व्यवस्था को बनाए रखने की जिम्मेदारी होती है।

SDM Full Form in Hindi - सब डिवीजनल मैजिस्ट्रेट
SDM Full Form in English : Sub District Magistrate

SDM (उप प्रभागीय न्यायाधीश) के कर्त्तव्य क्या है ?

SDM का पूरा नाम – उप प्रभागीय न्यायाधीश होता है, जिसे हिंदी में SDM कहते हैं। हर जिले में SDM की नियुक्ति होती है और उनके कार्य कुछ निम्नलिखित होते हैं:

1. प्रशासनिक और न्यायिक कार्य:

  • जमीन व्यापार की देखरेख
  • जिले की सभी भूमि का लेखा-जोखा
  • उपखंड के सभी तहसीलदारों पर नियंत्रण
  • विवाह रजिस्ट्रेशन, विभिन्न पंजीकरण, लाइसेंस जारी करना, नवीकरण करना
  • लोकसभा और विधानसभा के सदस्यों का चुनाव करवाना

2. क्षेत्रीय विवादों और आपदा प्रबंधन:

  • क्षेत्रीय विवादों का समाधान
  • आपदा के समय संकट प्रबंधन

3. राजस्व संबंधित कार्य:

  • भूमि रिकॉर्ड का रखरखाव
  • राजस्व मामलों का संचालन
  • सीमांकन और अतिक्रमण से निपटना
  • सार्वजनिक भूमि का संरक्षण, भू-पंजीकरण

4. विवाह और अन्य पंजीकरण:

  • विवाह रजिस्ट्रेशन
  • ओबीसी, एससी/एसटी, जन्म और निवास प्रमाण पत्र

5. अन्य जरूरी कार्य:

  • विभिन्न प्रकार के लाइसेंस जारी करना, नवीकरण करना
  • एसडीएम आपराधिक प्रक्रिया संहिता 1973 और अन्य नाबालिग कृत्यों के तहत विभिन्न न्यायिक कार्य
  • रि-एलॉटमेंट करना

SDM का कार्य क्षेत्र बहुत व्यापक होता है, और उन्हें स्थानीय स्तर पर शासन का संचालन करना होता है। उनके द्वारा किए गए कार्य उनके जिम्मेदारियों की गहराई को दर्शाते हैं और उन्हें जनता की सेवा में लगाव का अहसास कराते हैं।

इस प्रकार, SDM अपने क्षेत्र में विभाजन और शासन का मुख्य संचालक होता है, जो सभी प्रकार के विविध कार्यों का संचालन करता है।

एसडीएम बनने की योग्यता: SDM ke Liye Qualification Kya Hai?

1. उच्चता का पद:

  • एसडीएम एक उच्च स्तरीय पद है, जिसे पाने के लिए व्यक्ति को कठिनाई में उत्कृष्ट शिक्षा की जरूरत होती है। इस पद के लिए चाहिए की आपकी शिक्षा उच्च स्तरीय हो।

2. शिक्षा योग्यता: निम्नलिखित शिक्षा की जरूरत होती है:

  • उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक पास होना चाहिए।
  • ग्रेजुएशन में कम से कम 55% अंक होने चाहिए।
  • आरक्षित वर्ग के लिए कम से कम 50% अंकों में स्नातक होना चाहिए।
  • अंतिम वर्ष में अध्ययनरत अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकते हैं।

3. उम्र सीमा:

  • न्यूनतम उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए।
  • वर्ग अनुसार अधिकतम उम्र अलग हो सकती है, जैसे:
  • सामान्य वर्ग के लिए 40 वर्ष।
  • ST/SC के लिए 45 वर्ष।
  • PWD वर्ग की उम्र 55 वर्ष हो सकती है।

4. नागरिकता: अभ्यर्थी को भारत का नागरिक होना चाहिए।

एसडीएम बनने की इस प्रक्रिया में, हर एक कदम का पालन करना महत्वपूर्ण है। उम्मीदवार को अपनी योग्यता, समर्पण, और संकल्पनाशीलता का परिचय देना होता है ताकि वह इस महत्वपूर्ण पद को पा सके। इस पद का धरावाहिक रूप से पालन करना, आपको समाज में उच्च स्थिति और सम्मान दिला सकता है। आपकी योग्यता, समर्पण, और लड़ाई की भावना ही आपको एसडीएम बनने का अधिकार दिला सकती है।

SDM कैसे बने?

SDM कैसे बने

एसडीएम (उप प्रभागीय न्यायाधीश) बनना किसी भी युवा का सपना हो सकता है, युवा एसडीएम बनना चाहते हैं और इसकी तैयारी भी कर रहे हैं। लेकिन इसके लिए क्या करना होगा? चलिए विवरण में जानते हैं:

SDM-Full-Form-Hindi

शिक्षा और योग्यता:

  • ग्रेजुएशन पास करें: एसडीएम बनने के लिए विश्वविद्यालय की शिक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसके लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन पास करना होगा।
  • परीक्षा के लिए आवेदन करें: ग्रेजुएशन के बाद आपको एसडीएम पद के लिए होने वाली परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा।

एसडीएम बनने के लिए दो तरह की परीक्षाएं होती हैं:

  1. राज्य लोक सेवा आयोग (State Public Service Commission) द्वारा आयोजित सिविल सर्विस एग्जाम पास करें.
  2. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित Civil Service Exam उत्तीर्ण करें.

इन दोनों में से किसी भी परीक्षा के माध्यम से आप SDM बन सकते हैं।

1. राज्य लोक सेवा आयोग (State Public Service Commission) परीक्षा से

  • विशवविद्यालय से डिग्री (भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त)
  • आयु सीमा – 21 से 30 वर्ष के बीच
  • मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हो

2. UPSC द्वारा आयोजित Civil Service Exam के लिए :

  • स्थानीय राज्य भाषा में कुशल
  • विशवविद्यालय से डिग्री (भारत सर्कार द्वारा मान्यता प्राप्त)
  • आयु सीमा – 21 से 30 वर्ष के बीच
  • मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हो

SDM बनने के लिए आपको UPSC द्वारा आयोजित Civil Service Examination को crack करना होगा। यह SDM बनने का प्रथम चरण है।

आपको 3 चरणों को पास करना होता है :

  • प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)
  • मुख्य परीक्षा (Mains Exam)
  • इंटरव्यू

1 . प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam) :

इसमें 2 पेपर होते है जो 200-200 मार्क्स के होते है

  • Paper 1 : इतिहास, भूगोल, राजनीति, विज्ञान, करंट अफेयर्स और पर्यावरण से संबंधित विषय ।
  • Paper 2 : तार्किक तर्क, विश्लेषणात्मक तर्क, अंग्रेजी और गणित पर आधारित प्रश्न ।

Preliminary Exam Details

PaperTypeNumber of
Questions
MarksNegative
Marking
Duration
Paper 1Objective1002000.332 hours
Paper 2Objective802000.332 hours

(पूछे गए सभी प्रश्न MCQ प्रकार के होते हैं।)

2. मुख्य परीक्षा (Mains Exam) :

मुख्या एग्जाम आप तभी दे पाते है जब प्रारंभिक परीक्षा पास कर लेते है। यह परीक्षा लिखित यानि वर्णात्मक होती है। इसमें कुल 9 पेपर होते है जीनमे पेपर 1 निबंध और पेपर 2 optional होता है। बाकि 4 सामान्य अध्यन में होते है।

Mains Exam Details

PaperSyllabusMarksDuration
EssayEssay on any topic2503 hours
General studies 1Indian Heritage, Culture, Geography2503 hours
General studies 2Constitution, Governance, Social Justice2503 hours
General studies 3Technology, Environment, Disaster Management2503 hours
General studies 4Ethics, Integrity, and Aptitude2503 hours
Optional subject 1Any2503 hours
Optional subject 2Any2503 hours
Paper 1Indian Language (Anyone of the language)3003 hours
Paper 2English language3003 hours
SDM-main-exam-subjects

3. इंटरव्यू

  • यह परीक्षा का आखिरी चरण होता है। जो की 200 मार्क्स के लिए होता है।
  • जब आप प्राम्भिक और मुख्य दोनों परीक्षा पास कर लेते है तब इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
  • इसके बाद अंतिम योग्यता सूचि 1600 अंको (200+1400) से तैयार होती है।

SDM Salary Per Month

SDM Salary Per Month

SDM Ki Salary उनके अनुभव, काम की प्रोफ़ाइल, उसके द्वारा किये गए कार्य में प्रदर्शन जैसे कई कारकों पर निर्भर करता है। इसके अलावा, उप जिला मजिस्ट्रेट का वेतन हर राज्य में अलग होता है। भारत में औसतन, एक नया नियुक्त SDM मासिक ₹ 50,000 से ₹ 60,000 तक कमाता है, अर्थात वार्षिक ₹ 6,00,000 से ₹ 7,20,000 तक, सभी भत्तों और ग्रेडों को छोड़कर।

SDM Ki Average Salary: ₹6,00,000 – ₹7,20,000 प्रति वर्ष।

SDM का ग्रेड वेतन

SDM को निम्नलिखित विवरण के साथ ग्रेड वेतन मिलता है:

  • ग्रेड वेतन: ₹ 6,000 से ₹ 10,000 तक, सभी सरकारी लाभों सहित।
  • सरकार से मिलने वाले लाभ: SDM को सरकार से विशेष भत्ते, चिकित्सा सुविधाएं, आवास आदि जैसी सुविधाएं मिलती हैं।

In Conclusion

SDM बनने का सपना देखना और SDM बनना कोई आसान काम नहीं है। लेकिन सही मार्गदर्शन, समर्पण, और कठिनाई का सामना करने की ताकत के साथ यह सपना पूरा किया जा सकता है। उम्मीदवारों को ध्यान देना होगा कि वे अपनी तैयारी में अपनी तरफ से कोई भी कमि न छोड़ें, और निरंतर कठिन प्रयास जारी रखें। एसडीएम बनने का सपना हर किसी को नहीं मिलता, लेकिन सही दिशा, उचित समर्पण और ठोस योजना के साथ, आप अपने सपने को सच कर सकते हैं। तो, आज ही शुरू करें, और अपने लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाएं।

आज हमने आपको SDM Full Form Hindi – SDM कौन होता है, Exam, Sdm Full Form Salary , SDM कैसे बने? इन सभी प्रश्नो का विस्तार से जबाब दिया है। SDM के बारे में पूरी जानकारी आपको उपलब्ध करवाई है। उम्मीद है की आपको इस जानकारी से लाभ मिला होगा और जानकारी पसंद आयी होगी। इस जानकारी को अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर शेयर करना ना भूले।

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