11 सबसे लोकप्रिय देशभक्ति गीत लिरिक्स | Desh Bhakti Geet In Hindi Lyrics

आज इस पोस्ट में देश भक्ति गीत लिस्ट (Desh Bhakti Songs List In Hindi) और Desh Bhakti Geet In Hindi Lyrics शेयर किये हैं। जिन्हें सुनकर आपकी आँखे नम हो जाएगी। और साथ ही हम आपको अच्छे-अच्छे Desh Bhakti Geet के बारे में बतायेंगे और साथ ही आप इन देश भक्ति गानों से किसी भी कार्यक्रम में अपनी Performance दे सकते हैं।

देश भक्ति गीत लिस्ट | Desh Bhakti Geet In Hindi Lyrics

  1. जहाँ डाल-डाल पर
  2. मेरे देश की धरती
  3. कन्धों से मिलते है कंधे
  4. सारे जहाँ से अच्छा
  5. यह देश है वीर जवानों का
  6. अब तुम्हारे हवाले है वतन साथियों
  7. है प्रीत जहाँ की रीत सदा
  8. ऐ वतन ऐ वतन
  9. दिल दिया है जान भी देंगे ऐ वतन
  10. ऐ मेरे वतन के लोगों देशभक्ति गीत
  11. तेरी मिट्टी में मिल जावां देशभक्ति गीत लिरिक्स

Jahan Daal Daal Par Sone Ki Chidiya Lyrics In Hindi

जहाँ डाल-डाल पर,
सोने की चिड़ियां करती है बसेरा ।
वो भारत देश है मेरा ।।

जहाँ सत्य, अहिंसा और धर्म का,
पग-पग लगता डेरा ।
वो भारत देश है मेरा,
जय भारती, जय भारती ।।

ये धरती वो जहाँ ऋषि मुनि,
जपते प्रभु नाम की माला (हरि ॐ, हरि ॐ, हरि ॐ, हरि ॐ)
जहाँ हर बालक एक मोहन है,
और राधा इक इक बाला ।।

जहाँ सूरज सबसे पहले आ कर,
डाले अपना फेरा ।
वो भारत देश है मेरा ।।

जहाँ गंगा जमुना क्रिश्न और,
कावेरी बहती जाये ।
जहाँ उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम,
को अम्रित पिलवाये ये अम्रित पिलवाये ।।

कहीं ये फल और फूल उगाये,
केसर कहीं बिखेरा ।
वो भारत देश है मेरा ।।

अलबेलों की इस धरती के,
त्योहार भी है अलबेले ।
कहीं दीवाली की जगमग है,
होली के कहीं मेले ।।

जहाँ राग रंग और हँसी खुशी का,
चारो और है घेरा ।
वो भारत देश है मेरा ।।

जहाँ आसमान से बाते करते,
मंदिर और शिवाले ।
किसी नगर मे किसी द्वार पर,
कोई न ताला डाले ।।

और प्रेम की बंसी जहाँ बजाता,
आये शाम सवेरा ।
वो भारत देश है मेरा ।।


Mere Desh Ki Dharti Sona Ugale | देश भक्ति गीत लिखित में

मेरे देश की धरती सोना उगले,
उगले हीरे मोती,
मेरे देश की धरती ।।

बैलों के गले में जब घुँघरू,
जीवन का राग सुनाते हैं,
ग़म कोस दूर हो जाते है,
खुशियों के कमल मुस्काते हैं,
सुन के रहट की आवाज़ें,
यूँ लगे कहीं शहनाई बजे,
आते ही मस्त बहारों के,
दुल्हन की तरह हर खेत सजे।

मेरे देश की धरती सोना उगले,
उगले हीरे मोती,
मेरे देश की धरती।।

जब चलते हैं इस धरती पर हल,
ममता अँगड़ाइयाँ लेती है,
क्यों ना पूजें इस माटी को,
जो जीवन का सुख देती है,
इस धरती पे जिसने जन्म लिया,
उसने ही पाया प्यार तेरा,
यहाँ अपना पराया कोई नही,
हैं सब पे है माँ उपकार तेरा।

मेरे देश की धरती सोना उगले,
उगले हीरे मोती,
मेरे देश की धरती।।

ये बाग़ हैं गौतम नानक का,
खिलते हैं अमन के फूल यहाँ,
गांधी सुभाष टैगोर तिलक,
ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ,
रंग हरा हरिसिंह नलवे से,
रंग लाल है लाल बहादुर से,
रंग बना बसंती भगतसिंह,
रंग अमन का वीर जवाहर से।

मेरे देश की धरती सोना उगले,
उगले हीरे मोती,
मेरे देश की धरती।।


Kandhon Se Milte Hain Kandhe Desh Bhakti Geet Lyrics

देश भक्ति गीत लिखित में

कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं ।
हम चलते हैं जब ऐसे तो ,दिल दुश्मन के हिलते हैं ।।

अब तो हमें आगे बढते है रहना,
अब तो हमें साथी, है बस इतना ही कहना ।
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना,
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना ।।

कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं ।
हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं ।।

निकले हैं मैदान पर, हम जान हथेली पर लेकर,
अब देखो दम लेंगे हम, जाके अपनी मंजिल पर ।
खतरों से हंसके खेलना, इतनी तो हममे हिम्मत है,
मोड़े कलाई मौत की, इतनी तो हममे ताक़त है ।।

हम सरहदों के वास्ते, लोहे की इक दीवार हैं,
हम दुशमन के वास्ते, होशीयार हैं तैयार हैं ।
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना,
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना ।।

कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं ।
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं ।।

जोश दिल में जगाते चलो, जीत के गीत गाते चलो,
जोश दिल में जगाते चलो, जीत के गीत गाते चलो ।
जीत की तो तस्वीर बनाने, हम निकले हैं अपने लहू से,
हम को उस में रंग भरना है ।।

साथी मैंने अपने दिल में अब यह ठान लिया है,
या तो अब करना है, या तो अब मरना है ।
चाहे अंगारें बरसे या बर्फ गिरे,
तू अकेला नहीं होगा यारा मेरे ।।

कोई मुश्किल हो या हो कोई मोर्चा,
साथ हर हाल में होंगे साथी तेरे ।
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना,
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना ।।

कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं ।
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं ।।

इक चेहरा अक्षर मुझे याद आता है,
इस दिल को चुपके चुपके वो तड़पाता है ।
जब घर से कोई भी ख़त आया है,
कागज़ वो मैंने भीगा भीगा पाया है ।।

पलकों पलकों पर यादों के कुछ दीप जैसे जलते हैं,
कुछ सपने ऐसे हैं जो साथ साथ चलते हैं ।
कोई सपना न टूटे, कोई वादा न टूटे,
तुम चाहो जिसे दिल से वो तुमसे न रूठे ।।

अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना ।
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना ।।

कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं ।
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं ।।

चलता है जो यह कारवां, गूंजी सी है यह वादियाँ,
है यह ज़मीन, यह आसमान ।
है यह हवा, है यह समां,
हर रास्ते ने, हर वादी ने, हर परबत ने सदा दी ।।

हम जीतेंगे, हम जीतेंगे, हम जीतेंगे हर बाज़ी,
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना ।
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना ।।

कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं ।
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं ।।

देश भक्ति मैसेज


Sare Jahan Se Achha Desh Bhakti Geet Lyrics

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुलें हैं इसकी ये गुलिस्तां हमारा

पर्वत वह सबसे ऊँचा, हम्साया आसमाँ का
वह संतरी हमारा, वो पासबाँ हमारा

गोदी में खेलती हैं इसकी हज़ारों नदियाँ
गुल्शन है जिसके दम से रश्क-ए-जनाँ हमारा

मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम, वतन है हिन्दोस्तां हमारा

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुलें हैं इसकी ये गुलिस्तां हमारा

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुलें हैं इसकी ये गुलिस्तां हमारा

देश भक्ति कविता


Ye Desh Hai Veer Javano Ka Deshbhakti Geet Lyrics

ये देश है वीर जवानों का,
अलबेलों का मस्तानों का,
इस देश का यारों क्या कहना,
ये देश है दुनिया का गहना।।

यहाँ चौड़ी छाती वीरों की,
यहाँ भोली शक्लें हीरों की,
यहाँ गाते हैं राँझे मस्ती में,
मचती में धूमें बस्ती में।।

पेड़ों में बहारें झूलों की,
राहों में कतारें फूलों की,
यहाँ हँसता है सावन बालों में,
खिलती हैं कलियाँ गालों में।।

कहीं दंगल शोख जवानों के,
कहीं करतब तीर कमानों के,
यहाँ नित नित मेले सजते हैं,
नित ढोल और ताशे बजते हैं।।

दिलबर के लिये दिलदार हैं हम,
दुश्मन के लिये तलवार हैं हम,
मैदां में अगर हम डट जाएं,
मुश्किल है कि पीछे हट जाएं।।

ये देश है वीर जवानों का,
अलबेलों का मस्तानों का,
इस देश का यारों क्या कहना,
ये देश है दुनिया का गहना।।


Desh bhakti Geet:– Ab Tumhare Hawaale Watan Saathiyo Lyrics

कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथीयों ।
अब तुम्हारे हवाले वतन साथीयों ।।

सांस थमती गई, नब्ज जमती गई,
फिर भी बढ़ते कदम को ना रुकने दिया ।
कट गये सर हमारे तो कुछ ग़म नहीं,
सर हिमालय का हमने न झुकने दिया ।।

मरते मरते रहा बाँकपन साथीयों ।
अब तुम्हारे हवाले वतन साथीयों ।।

जिन्दा रहने के मौसम बहुत हैं मगर,
जान देने की रुत रोज आती नहीं ।
हुस्न और इश्क दोनो को रुसवा करे,
वो जवानी जो खूँ में नहाती नहीं ।।

बाँध लो अपने सर पर कफ़न साथीयों ।
अब तुम्हारे हवाले वतन साथीयों ।।

राह कुर्बानियों की ना वीरान हो,
तुम सजाते ही रहना नये काफ़िले ।
फ़तह का जश्न इस जश्न के बाद है,
जिन्दगी मौत से मिल रही है गले ।।

आज धरती बनी है दुल्हन साथीयों ।
अब तुम्हारे हवाले वतन साथीयों ।।

खेंच दो अपने खूँ से जमीं पर लकीर,
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई ।
तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे,
छूने पाये ना सीता का दामन कोई ।।

राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथीयों ।
अब तुम्हारे हवाले वतन साथीयों ।।


Desh Bhakti Geet in Hindi – Hai Preet Jahaa Ki Reet Sadaa Lyrics

जब ज़ीरो दिया मेरे भारत ने, दुनिया को तब गिनती आई ।
तारों की भाषा भारत ने, दुनिया को पहले सिखलाई ।।

देता ना दशमलव भारत तो, यूँ चाँद पे जाना मुश्किल था ।।
धरती और चाँद की दूरी का, अंदाज़ लगाना मुश्किल था ।।

सभ्यता जहाँ पहले आई, पहले जनमी है जहाँ पे कला,
अपना भारत वो भारत है, जिसके पीछे संसार चला ।
संसार चला और आगे बढ़ा, ज्यूँ आगे बढ़ा, बढ़ता ही गया,
भगवान करे ये और बढ़े, बढ़ता ही रहे और फूले-फले ।।

है प्रीत जहाँ की रीत सदा, मैं गीत वहाँ के गाता हूँ ।
भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ ।।

काले-गोरे का भेद नहीं, हर दिल से हमारा नाता है,
कुछ और न आता हो हमको, हमें प्यार निभाना आता है ।
जिसे मान चुकी सारी दुनिया, मैं बात वही दोहराता हूँ,
भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ ।।

जीते हो किसीने देश तो क्या, हमने तो दिलों को जीता है,
जहाँ राम अभी तक है नर में, नारी में अभी तक सीता है ।
इतने पावन हैं लोग जहाँ, मैं नित-नित शीश झुकाता हूँ,
भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ ।।

इतनी ममता नदियों को भी, जहाँ माता कहके बुलाते है,
इतना आदर इन्सान तो क्या, पत्थर भी पूजे जातें है ।
उस धरती पे मैंने जन्म लिया, ये सोच के मैं इतराता हूँ,
भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ ।।


Desh Bhakti:- Ae Vatan Ae Vatan Humko Teri Kasam Lyrics

ऐ वतन ऐ वतन हमको तेरी क़सम,
तेरी राहों में जां तक लुटा जायेंगे,
फूल क्या चीज़ है तेरे कदमों पे हम,
भेंट अपने सरों की चढ़ा जायेंगे,
ऐ वतन ऐ वतन।।

कोई पंजाब से, कोई महाराष्ट्र से,
कोई यूपी से है, कोई बंगाल से,
तेरी पूजा की थाली में लाये हैं हम,
फूल हर रंग के आज हर डाल से,
नाम कुछ भी सही पर लगन एक है,
जोत से जोत दिल की जगा जायेंगे,
ऐ वतन ऐ वतन हमको तेरी क़सम,
तेरी राहों में जां तक लुटा जायेंगे,
ऐ वतन ऐ वतन।।

तेरी जानिब उठी, जो कहर की नज़र,
उस नज़र को झुका, के ही दम लेंगे हम,
तेरी धरती पे है जो कदम ग़ैर का,
उस कदम का निशां तक मिटा देंगे हम,
जो भी दीवार आयेगी अब सामने,
ठोकरों से उसे हम गिरा जायेंगे,
ऐ वतन ऐ वतन हमको तेरी क़सम,
तेरी राहों में जां तक लुटा जायेंगे,
ऐ वतन ऐ वतन।।

ऐ वतन ऐ वतन हमको तेरी क़सम,
तेरी राहों में जां तक लुटा जायेंगे,
फूल क्या चीज़ है तेरे कदमों पे हम,
भेंट अपने सरों की चढ़ा जायेंगे,
ऐ वतन ऐ वतन।।


Ae Watan Aabad Rahe Tu Lyrics in Hindi

ऐ वतन.. आबाद रहे तू
आबाद रहे तू..आबाद रहे तू

ऐ वतन,वतन मेरे,आबाद रहे तू
ऐ वतन,वतन मेरे,आबाद रहे तू

मैं जहाँ रहूँ जहाँ में याद रहे तू
मैं जहाँ रहूँ जहाँ में याद रहे तू
ऐ वतन.. मेरे वतन
तुझपे कोई गम की आंच आने नहीं दूं
तुझपे कोई गम की आंच आने नहीं दूं

कुर्बान मेरी जान तुझपे शाद रहे तू
कुर्बान मेरी जान तुझपे शाद रहे तू

ऐ वतन.. ऐ वतन..
मेरे वतन.. मेरे वतन
ऐ वतन.. मेरे वतन
आबाद रहे तू..
ऐ वतन.. मेरे वतन
आबाद रहे तू..
ऐ वतन.


Dil Diya Hai Jaan Bhi Denge Desh Bhakti Song Lyrics

मेरा कर्मा तू, मेरा धर्मा तू ।
तेरा सबकुछ मैं, मेरा सबकुछ तू ।।

हर करम अपना करेंगे ऐ वतन तेरे लिए ।
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए ।।

तू मेरा कर्मा, तू मेरा धर्मा, तू मेरा अभिमान है,
ऐ वतन मेहबूब मेरे तुझपे दिल कुर्बान है ।
हम जिएंगे और मरेंगे ऐ वतन तेरे लिए,
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए ।।

हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई, हमवतन हमनाम है,
जो करे इनको जुदा मजहब नहीं इल्ज़ाम है ।
हम जिएंगे और मरेंगे ऐ वतन तेरे लिए,
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए ।।

तेरी गलियों में चलाकर नफरतों की गोलियां,
लुटते है कुछ लुटेरे दुल्हनों की डोलियाँ ।
लूट रहे है आप वो अपन घरों को लूटकर,
खेलते हैं बेख़बर अपने लहू से होलिया ।।

दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए ।।


Teri Mitti Mai Mil Jawa Deshbhakti Geet (Desh Bhakti Geet In Hindi Lyrics)

देश भक्ति गीत लिखित में

तलवारों पे सर वार दिए
अंगारों में जिस्म जलाया है
तब जाके कहीं हमने सर पे
ये केसरी रंग सजाया है

ए मेरी ज़मीं अफसोस नहीं
जो तेरे लिए सौ दर्द सहे
महफूज रहे तेरी आन सदा
चाहे जान ये मेरी रहे न रहे

ऐ मेरी ज़मीं महबूब मेरी
मेरी नस नस में तेरा इश्क बहे
फीका ना पड़े कभी रंग तेरा
जिस्मों से निकल के खून कहे

तेरी मिट्टी में मिल जावां
गुल बनके मैं खिल जावां
इतनी सी है दिल की आरजू

तेरी नदियों में बह जावां
तेरे खेतों में लहरावां
इतनी सी है दिल की आरजू

वो ओ..
सरसों से भरे खलिहान मेरे
जहाँ झूम के भांगड़ा पा न सका
आबाद रहे वो गाँव मेरा जहाँ
मैं लौट के बापस जा न सका

ओ वतना वे मेरे वतना वे
तेरा मेरा प्यार निराला था
कुर्बान हुआ तेरी अस्मत पे
मैं कितना नसीबों वाला था

तेरी मिट्टी में मिल जावां
गुल बनके मैं खिल जावां
इतनी सी है दिल की आरजू

तेरी नदियों में बह जावां
तेरे खेतों में लहरावां
इतनी सी है दिल की आरजू

ओ हीर मेरी तू हंसती रहे
तेरी आँख घड़ी भर नम ना हो
मैं मरता था जिस मुखड़े पे
कभी उसका उजाला कम ना हो

ओ माई मेरे क्या फिकर तुझे
क्यूँ आँख से दरिया बहता है
तू कहती थी तेरा चाँद हूँ मैं
और चाँद हमेशा रहता है

तेरी मिट्टी में मिल जावां
गुल बनके मैं खिल जावां
इतनी सी है दिल की आरजू

तेरी नदियों में बह जावां
तेरे फसलों में लहरावां
इतनी सी है दिल की आरजू…

हमें उम्मीद हैं, आपको Desh Bhakti Geet In Hindi Lyrics | Desh Bhakti Song Lyrics In Hindi आपको पसंद आये होंगे। अगर आपको ये देश भक्ति गीत लिस्ट अच्छे लगे हैं, तो आप इन्हे अपने दोस्तों, परिवार वालो अपने स्कूल दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। जय हिन्द दोस्तों !

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